
उत्तर प्रदेश की शारदा यूनिवर्सिटी से एक कश्मीरी छात्र के लापता होने के बाद से उसका परिवार सदमे है. 27 अक्टूबर को एहतिशाम की आखिरी बार परिवार से बात हुई थी और उसके बाद से उसका कोई पता नहीं. परिवार के मुताबिक़ छात्र एहतिशाम बिलाल पर कुछ दिन पहले ही यूनिवर्सिटी के छात्रवास में हमला हुआ था. और इस हमले के कुछ दिन बाद वो लापता हो गया. परिवार श्रीनगर से दिल्ली तक मदद की गुहार लगा रहा है.
19 साल का एहतिशाम बिलाल शारदा यूनिवर्सिटी में मेडिकल इमेजिंग टेक्नेलॉजी की पढ़ाई कर था. एहतिशाम की चाची शबनम का कहना है, “28 अक्टूबर को अपने हॉस्टल से घूमने के लिए निकला था और उसके बाद से उसका कोई अता-पता नहीं. आखिरी कॉल उसने इसी दिन के 5 बजे की थी और 6 बजे से उसका फ़ोन बंद है. “
परिवार के अन्य सदस्यों ने बताया कि 4 अक्टूबर को शारदा यूनिवर्सिटी में अफगानी और भारतीय छात्रों के बीच झगड़ा हुआ था. ऐतिशाम को भी अफ़ग़ानी समझकर पीटा गया था. फिर मामला ठंडा हुआ था तो हमें यक़ीन दिलाया गया था कि एहतिशाम को पूरी सुरक्षा दी जाएगी. परिवार चाहता है इस मामले की पूरी जांच हो और उनका बेटा जल्द घर लौटे. परिवार वालों का कहना है “हम राज्य और केंद्र प्रशासन से अपील करते है कि उनके बेटे को तलाश कर घर पंहुचाया जाए.”
ऐहतिशाम के घर पर तीन चाचा है और चार घरों का वो इकलौता चिराग है. उसके एक चाचा की कोई संतान नहीं और दो चाचा के घर एक-एक बेटी है. परिवार राज्य और केंद्र सरकार से अपने आंख के तारे को जल्द से जल्द वापस लाने की मांग कर रहा है. एहतिशाम की मां ने कहा, “हम चाहते हे की राज्यपाल और केंद्र ग्रह मंत्री इस बात का नोट लें और हमारी मदद करें. यह हमारे घर में इकलौते चिराग़ है, अगर किसने उसको लिए है तो खुदा के लिए उसे वापिस घर भेज दे. हमारा उसके अलावा कोई नहीं है”
परिवार के अनुसार एहतिशाम के गायब होने की एफआईआर नोएडा और कश्मीर में खान्यार पुलिस में दर्ज करवाई गई है. मगर मामले पर ना तो दिल्ली पुलिस और ना ही जम्मू कश्मीर पुलिस कोई भी जानकारी साझा करने को तैयार है. पुलिस अधिकारी ने कहा “मामले की जांच हो रही है, जब कुछ सुराग़ मिलेगा तो आप को बताया जाएगा” अभी तक की जानकारी में पुलिस ने परिवार को एहतिशाम की आखिरी लोकेशन दिल्ली के रोहिणी में कहीं बताई है.
वहीं परिवार इस बात से भी परेशान है कि कहीं एहतिशाम किसी गलत रस्ते पर ना चल पड़ा हो. एहतिशाम की मां का रो-रो कर बुरा हाल है और वह बस एक ही बात कहती है, “मुझे मेरा बेटा वापस चाहिए. खुदा के जिसके पास भी है जहां भी है वो वापस लौटे. हम उसके बिना क्या करेंगे” सोशल मीडिया पर भी अपने बेटे को घर वापस लौटने की मां ने अपील की है. मामले पर जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ़्ती ने ट्वीट कर केंद्रीय ग्रेह मंत्री राजनाथ सिंह से मामले में दखल देने की मांग की है.
इससे पहले गायब हुए छात्रों के आतंकी बनने की घटनाओं के चलते परिवार और ज्यादा परेशान है और वही उन्हें यह शक भी सता रहा है कि कहीं वो किसी ग़लत रास्ते पर ना चल पड़ा हो या उसे किसी ख़ुफ़िया एजेंसी ने गिरफ्तार तो नहीं किया कर लिया है? या वो किसी और घटना का शिकार तो नहीं हुआ हो?
ईस से पहले गायब हुवे छात्रो के आतंकी बन्ने की घटनाओ के चलते परिवार और जायदा परेशान है और वही उन्हें यह शक भी सत्ता रहा है कि कही वो किसी ग़लत रास्ते पर ना चल पड़ा हो या उसे किसी ख़ुफ़िया एजेंसी ने गिरफ्तार तो नहीं किया हो या फर वो किसी और घटना का शिकार तो ना हुवा हो.